भारत का पहला प्रधान मंत्री कौन है
भारत का पहला प्रधान मंत्री कौन है
भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जवाहर लाल नेहरू। इनका जन्म 14 नवम्बर 1889 में इलाहाबाद (प्रयागराज ) में हुआ था। इनके पिता का नाम मोती लाल नेहरू था। इनके माता का नाम स्वरुप रानी थुस्सू था, जो मोती लाल की दूसरी पत्नी थीं। इनकी सिर्फ दो बहने थीं। यह अपने घर में सबसे बड़े थे। इनकी बहन का नाम विजया लक्ष्मी और दूसरी बहन का नाम कृष्णा हठी सिंह था।

बचपन
नेहरू ने अपना बचपन "आश्रित और असमान" के रूप में बिताया। ये आनंद भवन नामक एक महल नुमा घर में विशेषाधिकार के माहौल में पले-बढे। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा घर पर ही निजी शाशन और ट्यूटर्स द्वारा पूरी हुई। इन्होने 13 साल की उम्र में थिओसोफिकल सोसाइटी में शिक्षा ली। इसी सोसाइटी ने इन्हे बौद्ध और हिन्दू शास्त्रों के अध्ययन के लिए उत्साहित किया। इनकी एक उपन्यास बहुत प्रसिद्ध है जिसे "Discovery of India" के नाम से जाना जाता है।
युवा
कैडेट की वर्दी पहने नेहरू की तस्वीर
इंग्लैंड के हैरो स्कूल में कैडेट की वर्दी पहने नेहरू जी युवावस्था के दौरान एक उत्साही राष्ट्रवादी बन गए। द्वितीय बोअर युद्ध और रूस-जापानी युद्ध ने उनकी राष्ट्रवादिता को और बढ़ावा दिया। उन्हों ने लिखा के "जापानी जीत ने मेरे उत्साह को जगा दिया। ... राष्ट्रवादी विचारों ने मेरे दिमाग को भर दिया। ... मैंने यूरोप की दासता से भारतीय स्वतंत्रता और एशिया की स्वतंत्रता पर विचार किया। "
स्नातक की पढाई
1910 में नेहरू जी ने प्राकृतिक विज्ञान में हॉनर्स डिग्री के साथ स्नातक किया। इसके साथ ही इन्होंने राजनीती, अर्थशास्त्र, इतिहास और साहित्य का अध्ययन किया। इसके बाद यह लन्दन चले गए और इनर टेम्पल इन में कानून का अध्ययन किया।
मृत्यु
1962 में नेहरू के स्वस्थ्य में लगातार गिरावट आने लगी। 1962 के वसंत में, ये वायरल संक्रमण से प्रभावित हुए। जिसके कारण इनका अधिकांश समय बिस्तर पर ही बीतता था। 27 मई 1964 को ज़्यादा स्वस्थ्य खराब होने की वजह से डॉक्टरों ने इनकी मृत्यु की घोषणा की। इनके मृत्यु का कारण दिल का दौरा बताया गया था। 28 मई को इनका अंतिम संस्कार यमुना के तट पर किया गया।
मुख्य लेख:
यदि कोई लोग मेरे बारे में सोचना चाहते हैं तो उन्हें यह कहना पसंद करूँगा, "यह वह व्यक्ति था जो अपने पुरे मन और दिल से भारत और भारतीय लोगों से प्यार करता था। और बदले में वे उसके प्रति उदार थे और उसे अपने प्यार का सबसे अधिक बहुतायत से और असाधारण रूप से। "
-जवाहर लाल नेहरू
Kindle edition-Discovery of India
Hard cover- Discovery of India
Comments
Post a Comment