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क्रिकेट विश्व कप के शतक | Centuries in Cricket world cup

 किस विश्व कप में कितने शतक लगे।   क्रिकेट के इतिहास में शतक का बहुत बड़ा मर्तबा है चाहे वह शतक साझा हो या किसी एक व्यक्ति द्वारा बनाया गया हो।  हम यहां विश्व कप में एक व्यक्ति द्वारा बनाए गए शतक के बारे में जानेंगे की कौन से विश्व कप में कितने शतक बने और किसने बनाए।  1- 1975 का विश्व कप इस विश्व कप में कुल 6 शतक लगे थे। इन खिलाड़ियों के नाम यह हैं- Dennis Amiss (137) Glenn Turner (171*) Keith Fletcher (131) Alan Turner (101) Glenn Turner (114*) Clive Lloyd (102) 2- 1979 का विश्व कप इस विश्व कप में कुल 2 शतक लगे थे। इन खिलाड़ियों के नाम यह हैं- Gordon Greenridge (106*) Viv Richards (138*) 3-1983 का विश्व कप इस विश्व कप में कुल 8 शतक लगे थे। इन खिलाड़ियों के नाम यह हैं- Allan Lamb (102) David Gower (130) Trevor Chappell (110) Gordon Greenidge (105*) Viv Richards (119) Imran Khan (102*) Kapil Dev (175*) Zaheer Abbas (103*) 4-1987 का विश्व कप इस विश्व कप में कुल 11 शतक लगे थे। इन खिलाड़ियों के नाम यह हैं- Javed Miandad (103) Geoff Marsh (110) David Houghton (142) D...

क्रिकेट विश्व कप का पहला शतक | First Century in Cricket World Cup

पहला क्रिकेट विश्व कप की पहली सेंचुरी (1975)  Dennis Amiss ने भारत के खिलाफ पहला शतक बनाया था। 7 June 1975 को Dennis ने 137 रन की पारी खेल कर अपने देश इंग्लैंड को जिताया था। यह मैच लंदन के Lord's स्टेडियम में खेला गया था।   दूसरा क्रिकेट विश्व कप की पहली सेंचुरी (9 June 1979) Gordon Greenridge ने भारत के खिलाफ पहला शतक बनाया था।  रन- 106* गेंद- 173  6s- 1  4s- 9  देश- West Indies  तीसरा क्रिकेट विश्व कप की पहली सेंचुरी (9 June 1983) Allan Lamb ने New Zealand के खिलाफ पहला सेंचुरी बनाया था।  रन- 102  गेंद- 105   6s- 2  4s- 12  देश- इंग्लैंड  चौथा क्रिकेट विश्व कप की पहली सेंचुरी (8 October 1987) Javed Miadad ने Sri Lanka के खिलाफ पहला सेंचुरी बनाया था।  रन- 103  गेंद- 100    6s- 0  4s- 06   देश- पाकिस्तान  पांचवां क्रिकेट विश्व कप की पहली सेंचुरी (22 February 1992) Martin Crowe ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला सेंचुरी बनाया था।  रन- 100  गेंद- 134     6s...

क्रिकेट के इतिहास का पहला शतक | First century in cricket history |

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 टेस्ट मैच में पहला सेंचुरी किसने बनाया  वैसे तो John Small क्रिकेट के इतिहास का पहला शतक बनाने वाले खिलाडी थे लेकिन यह पहले नहीं हैं क्यू की उस समय यह खेल घरेलु हुवा करता था अंतराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कोई पहचान नहीं थी। यह बात है 1775 की  जिसमे इन्होने 136 रन की पारी खेली थी।  क्रिकेट इतिहास का पहला शतक उस समय से लिया जाता है जब से यह खेल अंतराष्ट्रीय हुआ। 18th सेंचुरी में यह देश इंग्लैंड में प्रसिद्ध हुवा और 19th और 20th में इसको अंतराष्ट्रीय प्रसिद्धि मिली। जिसमे टेस्ट क्रिकेट सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध हुआ जो 5 दिन तक चलता था। फिर आया one day मैच जो 50 ओवर्स का होता था। जो अभी भी इतना ही है।  टेस्ट मैच में पहला शतक बनाने वाला ख़िलाड़ी  टेस्ट मैच के इतिहास में पहला शतक बनाने का गौरव Charles Bannerman के नाम है जिन्होंने 165 रन बनाये थे। यह मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच  Melbourne Cricket Ground में 15 से 19 मार्च 1877 को खेला गया था। यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाडी थे। बाद में यह अंपायर भी बने।  Charles Bannerman  One Day मैच में पहला शतक बनाने वाल...

भारत का पहला नोबल प्राइज किसे मिला था | The first Nobel Prize in India

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 भारत का पहला नोबल प्राइज किसे मिला था रविंद्र नाथ टैगोर  रविंद्र नाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में जोरासांको हवेली में हुआ था। यह एक कवि, लेखक, नाटककार, संगीतकार थे। इन्होने 19वीं और 20वीं सदी के शुरुवात में दार्शनिक, चित्रकार, और समाज सुधारक के रूप में प्रासंगिक आधुनिकता के साथ बंगाली साहित्य और संगीत में भारतीय कला को एक नया आकर दिया। टैगोर के काव्य गीत आध्यात्मिक और भावपूर्ण माना जाता है। इनको नोबल पुरस्कार इनके गीतांजलि की "गहन रूप से संवेदनशील, ताज़ा और सुन्दर" कविता के लेखक के रूप में साहित्य में 1913 में मिला था। नोबल पुरस्कार पाने वाले यह पहले गैर-यूरोपीय गीतकार भी थे। इनको "बंगाल के बोर्ड" के रूप में संदर्भित किया गया। टैगोर के उपनाम थे- गुरुदेब, किबीगुरु, बिसवोकोबी। इन्होने 8 साल की उम्र से ही कविता लिखना शुरू कर दिया था। इनके उपन्यास, कहानियां, निबंध, गीत, नृत्य-नाटक, राजनीतिक और ब्यक्तिगत विषयों पर होते थे। इन्होने 16 वर्ष की उम्र में "सन लायन" नाम की कविता लिखी जिन्हे साहित्य के अधिकारीयों द्वारा जब्त कर लिया गया। इन्ह...

दुनिया का पहला touchscreen मोबाइल | World's first touchscreen mobile

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जब मोबाइल का अविष्कार हुवा था तो उसमे physical बटन्स आते थे जो बहुत बड़े बड़े होते थे और मोबाइल का साइज भी बहुत बड़ा होता था, मोटा और बहुत वजनी भी होता था। जिसको संभालना भी एक जिम्मेदारी वाला काम था। समय के साथ साथ बहुत सी कंपनियों का ध्यान मोबाइल की तरफ और इसके भविष्य की तरफ गया। जिससे कंपनियों ने अपना दिलचस्पी दिखायी। फिर मोबाइल की दुनिया में तरक्की हुइ और इसके आकर और वजन में परिवर्तन हुवा। दशकों तक मोबाइल के फिजिकल बटन ने मोबाइल की दुनिया में राज किया। फिजिकल बटन की दुनिया में कुछ कंपनियों ने बदलाव किया और मोबाइल के लिए Qwerty की बोर्ड का आविष्कार किया जिसे हम कंप्यूटर की बोर्ड भी कहते है। फिर एक इंकलाब आया बिना बटन के मोबाइल का जिसको टचस्क्रीन के नाम से जाना जाता है। शुरुआत में कुछ कम्पनीज टचस्क्रीन के साथ भी फिजिकल key बोर्ड का इस्तेमाल करते थे। धीरे धीरे वो भी ख़तम हो गया।  पहला Touchscreen मोबाइल  समय के साथ साथ ज़रूरत के हिसाब से हर चीज़ में बदलाव आता है तो मोबाइल में भी बदलाव आया                       ...

भारत का पहला हवाई अड्डा |

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 भारत का पहला हवाई अड्डा कौनसा है और इसकी स्थापना कब हुई भारत का पहला हवाई अड्डा जुहू एयरोड्रम है जो जुहू (महाराष्ट्र) में स्थित है। इसकी स्थापना सन्न 1928 में हुई थी। यह हवाई अड्डा बगैर पक्के हवाई क्षेत्र के रूप में शुरू हुवा था। उस समय इसका उपयोग आनंद सवारी और हवाई यात्रा के लिए किया जाता था। जुहू हवाई अड्डा द्वितीय विश्व युद्ध के कुछ समय बाद तक शहर के प्राथमिक हवाई अड्डा के रूप में कार्य किया। जेआरडी टाटा भारत की पहली अनुसूचित वाणिज्यिक मेल सेवा का उद्घाटन करते हुए जुहू हवाई अड्डे पर उतरे। इसकी शुरुवात इन्होने 15 अक्टूबर 1932 को पूस मोथ विमान में डाक लेकर कराची से अहमदाबाद होते हुवे जुहू हवाई अड्डे के लिए पहली यात्रा की। 1932 तक इसके मैदान के layout में काफी प्रगति हुई मगर ज़्यादा बारिश होने की वजह से यह मैदान उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं था।जल जमाव के कारण संचालन को पूना में स्थानांतरित करना पड़ा। 1939 में निर्माण के लिए तीसरे रनवे की योजना बनाई गई थी लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। मानसून के दौरान जलभराव और मानसून के टेक-ऑफ के लिए उचित रनवे का अभाव जुहू हवाई अड्डे के लिए गंभीर कमियां थीं।...

पहला Android मोबाइल कौनसा था | World's first android mobile

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 दुनिया का पहला Android मोबाइल कौनसा था HTC Dream इस मोबाइल कंपनी के बारे में आज के समय में बहुत ही कम लोग जानते होंगे लेकिन सच यह है की उस समय इसका बहुत ज़्यादा बोलबाला था। यह कंपनी अपने मोबाइल के Durability के लिए भी जानि जाती थी लेकिन आज इसका हाल Nokia कंपनी से भी बुरा हो गया है। बहुत कम ही इसके प्रोडक्ट मार्किट में मिलते हैं। वो कंपनी है HTC. HTC कंपनी ने ही अपना और दुनिया का पहला Android मोबाइल लॉंच किया था जिसका मॉडल नाम था HTC Dream .जो September 2008 में लांच हुवा था। इससे पहले सबसे ज़्यादा कोई OS मार्किट में चलता था तो वो है Symbian जो सिर्फ Nokia के मोबाइल में ही मिलता था। Blackberry का भी मोबाइल की दुनिया में दबदबा था लेकिन उस समय हर कोई इस कंपनी के मोबाइल नहीं ले सकता था क्यूंकि इसके मोबाइल के मूल्य Nokia की तुलना में बहुत ज़्यादा होता था इसीलिए हर कोई इसको नहीं ले पाता था। Nokia के मोबाइल अच्छे फीचर के साथ  कम मूल्य में मिल जाते थे। Nokia का कोई सीरीज सबसे ज़्यादा चला था तो वो था N series जो उस समय पूरी दुनिया पर राज करता था।  HTC Dream पहला Android मोबाइल...